Bihar Board Class 5 Kopal Hindi Solutions Chapter 22 परीक्षा
BSEB Bihar Board Class 5 Hindi Book Solutions Pareeksha - जातक कथा
अभ्यास के प्रश्न एवं उत्तर
परीक्षा के बहाने :
Pareeksha Question Answer प्रश्न 1.
परीक्षा शब्द सुनते ही आपको कैसा लगता है ?
उत्तर – परीक्षा शब्द सुनते ही हम भयभीत हो जाते हैं कि कैसा प्रश्न पूछा जाएगा ? उन प्रश्नों का उत्तर हम दे सकेंगे या नहीं, यही सोचकर भयभीत रहते हैं।
प्रश्न 2. परीक्षा के दिनों में आपकी दिनचर्या में क्या बदलाव आता है।
उत्तर – परीक्षा के दिनों में हम खेलना-कूदना छोड़कर अपना अधिक समय पढ़ाई में लगाते हैं, ताकि परीक्षा में उत्तीर्ण हो सकें ।
प्रश्न 3. परीक्षा क्यों ली जाती है ?
उत्तर – परीक्षा में छात्रों की योग्यता की जाँच होती है कि किसने कितनी।लगन से पढ़ाई की है अथवा कौन कितना परिश्रमी, प्रतिभाशाली है इसकी जाँच हो जाती है।
Bihar Board Class 5 Hindi Book Solution प्रश्न 4.
अगर आपको परीक्षा में बदलाव लाने का अवसर दिया जाए तो आप उसमें क्या-क्या बदलाव लाएँगे और क्यों?
उत्तर—अर हमें परीक्षा में बदलाव लाने का अवसर दिया जाए, तो हम आज की परीक्षा पद्धति में बदलाव लाने का प्रयास करेंगे, क्योंकि आज की परीक्षा में विद्यार्थियों की योग्यता की सही जाँच नहीं होती। विद्यार्थी कुछ प्रश्नों के उत्तर याद करके लिख देते हैं और उत्तीर्ण हो जाते हैं, जबकि
योग्यता की जाँच के लिए क्यों और कैसे के माध्यम से परीक्षा ली जानी चाहिए ।
प्रश्न 5. अपना परीक्षा परिणाम आप सबसे पहले किसे बताते हैं और क्यों ?
उत्तर – हम अपना परीक्षा परिणाम अपने मित्र एवं माँ को बताते हैं ।
पाठ में से :
प्रश्न 1. गुरुजी का क्या नाम था ? वे किस विषय के जानकार थे ?
उत्तर – गुरुजी का नाम आचार्य चरक था। वह आयुर्वेद अर्थात् वनस्पति शास्त्र के ज्ञाता । कौन-सी वनस्पति किस रोग की दवा है, इसकी जानकारी शिष्यों को देते थे ।
प्रश्न 2. गुरुजी पूर्णिमा की रात शिष्यों को जंगल में क्यों ले जाते थे ?
उत्तर – गुरुजी पूर्णिमा की रात शिष्यों को जंगल में इसलिए ले जाते थे, क्योंकि कुछ बूटियाँ चाँदनी रात में ही पहचानी जा सकती थीं।
प्रश्न 3. कुछ शिष्य बीच में ही पढ़ाई छोड़कर क्यों भाग जाते थे ? सही उत्तर पर सही का निशान (✓) लगाइए ।
(क) पढ़ाई कठिन थी।
(ख) गुरुजी डाँटते थे।
(ग) रात में सोने को नहीं मिलता था ।
(घ) रात को जंगल में डर लगता था ।
उत्तर – (घ) रात को जंगल में डर लगता था।
प्रश्न 4. गुरुजी ने शिष्यों को परीक्षा के लिए 30 दिनों का समय क्यों दिया होगा ?
उत्तर – गुरुजी ने शिष्यों को तीस दिनों का समय इसलिए दिया होगा, ताकि वे अपनी परीक्षा की तैयारी ठीक से कर सकें अथवा जड़ी बूटियों के विषय की जानकारी प्राप्त कर सकें ।
प्रश्न 5. परीक्षा में शिष्यों को क्या करना था ?
उत्तर - परीक्षा में शिष्यों को जड़ी-बूटियों की पहचान करनी थी। जंगल में कौन-सी वनस्पति आयुर्वेद के लिए उपयोगी नहीं है।
प्रश्न 6. परीक्षा में केवल एक ही शिष्य उत्तीर्ण हुआ । क्यों ?
उत्तर – परीक्षा में केवल एक ही शिष्य उत्तीर्ण हुआ, क्योंकि उसने ही पूर्ण निष्ठा एवं ध्यान से गुरुजी की बातों को सुना था। उसने हर वनस्पति को आयुवेद के लिए उपयोगी समझा था । इसीलिए वह खाली हाथ वापस आया था, जबकि हर छात्र कुछ-न-कुछ लेकर लौटे थे
सोच समझकर :
Kopal Class 5 Solutions प्रश्न 5.
गुरुजी ने शिष्यों को परीक्षा के लिए 30 दिन दिए । आपको परीक्षा के लिए कितने दिन मिलते हैं? क्या उतने दिन काफी हैं ?
उत्तर – गुरुजी ने शिष्यों को परीक्षा के लिए तीस दिन दिए। हमें परीक्षा के लिए पन्द्रह दिन मिलते हैं जो काफी नहीं है ।
प्रश्न 2. गुरुजी परीक्षा के माध्यम से शिष्यों को क्या समझाना चाहते थे ?
उत्तर – गुरुजी परीक्षा के मध्यम से शिष्यों को यह समझाना चाहते थे कि जीवन में वही महान् बनता है जो अपने दायित्व (कर्त्तव्य) का निर्वाह निष्ठा से करता है, अन्यथा जीवन भर पश्चात्ताप की आग में जलता रहता है
प्रश्न 3. आयुर्वेद में किस विषय के बारे में बात की जाती है ?
उत्तर - आयुर्वेद में जड़ी-बूटियों के विषय में बात की जाती है, क्योंकि आयुर्वेदिक दवाएँ विभिन्न प्रकार की वनस्पतियों से बनाई जाती हैं। जंगल में ऐसी कोई वनस्पति नहीं है जो बेकार हो । अपनी अज्ञानता के कारण ही हम उसके गुणों को पहचान नहीं पाते हैं।
Kopal Hindi Book Class 5 Solutions प्रश्न 4.
इस पाठ का शीर्षक परीक्षा क्यों रखा गया होगा?
आप इस कहानी के लिए कौन-सा शीर्षक रखेंगे? कोई दो शीर्षक बताइए । साथ ही यह भी बताइए कि आपने ये शीर्षक क्यों चुने ?
मेरे शीर्षक :.................।
उत्तर- इस पाठ का शीर्षक 'परीक्षा' इसलिए रखा गया है, क्योंकि गुरु
चरक ने अपने शिष्यों को जो कुछ पढ़ाया था, उसकी जाँच हेतु उन्होंने शिष्यों को जड़ी-बूटियों की पहचान करने के लिए जंगल भेजा। शिष्यों को यह पहचानना था कि कौन-सी वनस्पति आयुर्वेद के लिए उपयोगी नहीं है । चरक का मानना था कि हर वनस्पति का उपयोग आयुर्वेद में होता है। लेकिन अधूरा ज्ञान के कारण एक शिष्य को छोड़कर सभी कुछ-न-कुछ लेकर लौटे । इससे पता चल गया कि अन्य शिष्यों ने गुरु की बातों पर ध्यान नहीं दिया । फलतः एक के अतिरिक्त सभी अयोग्य घोषित हो गए ।
' मेरे शीर्षक: 'वनस्पति का महत्त्व एवं जड़ी-बूटियों का उपयोग' । हमने यह शीर्षक इसलिए चुना, क्योंकि आयुर्वेद में जड़ी-बूटियों का ही अध्ययन किया जाता है कि कौन वनस्पति किस रोग की औषधि है।
समझ की बात :
प्रश्न 1. पढ़ाई छोड़कर जाने वाले शिष्यों के लिए गुरुजी ऐसे क्यों।कहते थे—‘‘अच्छा हुआ कि डरपोकों ने मेरा समय नष्ट नहीं किया।"
उत्तर – आचार्य चरक का कहना अक्षरशः सत्य है, क्योंकि जो विद्यार्थी।परिश्रम तथा आनेवाली समस्या से घबरा जाता है, वह जीवन में सफल नही हो सकता । जीवन में सफल वही होता है जो अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए मौत को स्वीकार करने के लिए हमेशा तत्पर रहता है। कोई धैर्यवान् ही आगे
बढ़ता है, कायर नहीं ।
प्रश्न 2. आपको कब-कब लगता है कि आपका समय नष्ट हो रहा है? सही (✓) का निशान लगाइए :
उत्तर :
(क) खेलने में (✓)
(ख) पढ़ाई करने में (x)
(ग) टी. वी. देखने में (✓)
(घ) स्कूल आने-जाने में (✓)
(ङ) घर के लिए सामान खरीदने में (✓)
(च) घर का काम करने में (✓)
(छ) सोने में (✓)
(ज) दोस्तों के साथ घूमने-फिरने में (✓)
(झ) पानी भरने में (✓)
(ट) पेंसिल ढूँढ़ने में (✓)
प्रश्न 3. आपके घर में कौन कितने समय काम और कितने समय आराम करता है । तालिका में लिखिए (समय घंटे, मिनट में लिखें):
उत्तर :
व्यक्ति का नाम | काम करना | आराम करना |
---|---|---|
मैं | 16 घंटे | 8 घंटे |
मां | 18 घंटे | 6 घंटे |
पिताजी | 18 घंटे | 6 घंटे |
भाई | 16 घंटे | 8 घंटे |
बहन | 16 घंटे | 8 घंटे |
मित्र | 14 घंटे | 10 घंटे |
प्रश्न 4. आपके बुजुर्ग अक्सर आपसे कहते होंगे :
• पढ़ लो, समय बर्बाद मत करो, बीता हुआ समय फिर वापस नहीं आता ।
• समय की कद्र करना सीखो | यूँ इधर-उधर समय क्यों गँवा रहे हो ?
(क) क्या उनका ऐसा कहना ठीक है ? क्यों ?
(ख) जब वे ऐसा कहते हैं तो आपको कैसा लगता है ?
(ग) किसी ऐसी घटना के बारे में बताइए जब आपने समय का
ध्यान नहीं रखा और आपको कोई परेशानी उठानी पड़ी हो ।
उत्तर :
(क) हाँ, उनका कहना ठीक है, क्योंकि समय नष्ट करने वाला जीवन भर दुखी रहता है ।
(ख) जब वे ऐसा कहते हैं तो हमें अच्छा लगता है, क्योंकि बीता हुआ समय कभी वापस नहीं आता। इसलिए समय का सदुपयोग करने की प्रेरणा मिलती है ।
(ग) परीक्षा नजदीक थी, फिर भी हम खेलने में मस्त रहे, फलतः परीक्षा में कम अंक आए ।
अनुमान और कल्पना :
ऐसे में जंगली जानवरों का भय भी होता था ।
प्रश्न 1. जंगल में कौन-कौन से जानवर होते होंगे ?
उत्तर – जंगल में बाघ, सिंह, चीता, हरिण, भालू, भेड़िया, हाथी ।
प्रश्न 2. चाँदनी रात में पहचानी जा सकने वाली जड़ी-बूटियों में कौन-सी खास बात होती होंगी?
उत्तर-
चाँदनी रात में पहचानी जा सकने वाली जड़ी-बूटियों की खास
विशेषता यह होगी कि वह पूर्ण प्रकाश में ही पहचान में आती होगी।
प्रश्न 3. चरक ने अंतिम शिष्य को प्रश्नसूचक दृष्टि से क्यों देखा होगा ?
उत्तर – चरक ने अंतिम शिष्य को प्रश्नसूचक दृष्टि से इसलिए देखा, क्योंकि वही एक छात्र था, जिसने आचार्य चरक द्वारा बताई गई बातों को ध्यान से सुना था। इस बार की परीक्षा में केवल वही शिष्य उत्तीर्ण हुआ था ।
आस-पास :
प्रश्न 1. क्या आपके आस-पास ऐसा कोई पेड़-पौधा है जो किसी तरह का नुकसान पहुँचाता है ?
उत्तर – हमारे आस-पास अनेक पेड़-पौधे हैं, लेकिन वे हमें कोई नुकसान नहीं पहुँचाते हैं।
प्रश्न 2. नीचे दिए गए पेड़-पौधे के लाभ बताइए ।
उत्तर :
(i) नीम – हवा को स्वच्छ बनाता है।
(ii) तुलसी – कफ संबंधी रोग में खाने से लाभ मिलता है
(ii) चिरैता—इसके सेवन से खून शुद्ध होता है ।
(iv) अर्जुन - इससे पेट संबंधी रोग में लाभ मिलता है।
प्रश्न 3. आयुर्वेद रोगों के इलाज की एक पद्धति है । इसके बारे।बड़े क्तियों से पता कीजिए और कक्षा में
में शिक्षक बताइए ।
उत्तर – छात्र स्वयं करें ।
शब्दों की दुनिया :
प्रश्न 1. नीचे दिए गए शब्दों के दो-दो पर्यायवाची शब्द लिखिए :
उत्तर :
• वृक्ष – पादप, पेड़
• जंगल – वन, अरण्य
• शिष्य – विद्यार्थी , छात्र
• रात – रात्रि, निशि
• गुरु – आचार्य, शिक्षक
प्रश्न 2. 'सभी कुछ-न-कुछ बीनकर लाए थे ।' यहाँ 'बीनना' का क्या अर्थ है ?
प्रश्न (i) इन शब्दों के प्रयोग में क्या अंतर है ?
उठाना, लाना, बीनना, छाँटना
उत्तर :
उठाना – कोई चीज उठाना ।
लाना – कहीं से कोई वस्तु लाना ।
बीनना – चुनना ( ढेर में से चुनना) ।
छाँटना – अलग-अलग करना ।
प्रश्न (ii) नीचे दिए गए वाक्यों में उक्त शब्दों का सही रूप के साथ प्रयोग कीजिए :
(क) मैंने आलू….अलग कर दिया ।
(ख) पिताजी चावल….रहे थे ।
(ग) शीला ने चादर…..।
(घ) नंदू क्या…..है ?
(ङ) गाँववाले जलावन के लिए सूखी लकड़ियाँ…गए हैं ।
(च) सामान में से सब्जी और दालें….अलग कर दो।
उत्तर – (क) छाँटकर, (ख) बीन, (ग) लाई, (घ) छाँटता, (ङ) ले, (च) छाँटकर ।
भाषा के रंग :
प्रश्न 1. नीचे दिए गए वाक्यों में कौन-सा काल आया है ? लिखिए :
भूतकाल, वर्तमानकाल, भविष्यत्काल
उत्तर :
(क) मैं तुम्हें 30 दिन का समय देता हूँ। वर्तमानकाल
(ख) वैद्य का तो कार्य ही मौत से लड़ना है। वर्तमानकाल
(ग) आचार्य चरक आयुर्वेद के महान जानकार थे । भूतकाल
(घ) तुम्हें सारे जंगल छान मारने होंगे । भविष्यत्काल
(ङ) सभी कुछ-न-कुछ बीनकर लाए थे । भूतकाल
प्रश्न 2. 'यश' शब्द में 'सु' या 'अप' जोड़ने से नए शब्द बनते हैं : 'सुयश', 'अपयश' ।
नीचे दिए गए शब्दों में सही अक्षर जोड़ते हुए नए शब्द बनाइए:
उत्तर :
(क) सु + कन्या = सुकन्या
(ख) सु + पुत्र = सुपुत्र
(ग) अन+ देखा = अनदेखा
(घ) अन+ पढ़ = अनपढ़
(ङ) प्र + काश = प्रकाश
(च) प्र + देश = प्रदेश
(छ) अ + शांति = अशांति
(ज) अ + न्याय = अन्याय
प्रश्न 3. नीचे दिए गए शब्द समूह में से सही शब्द पर घेरा लगाइए :
(क) आर्युवेद आयुर्वेद आयुवेर्द – उत्तर : आयुर्वेद
(ख) पूर्णिमा पूर्णिमा पूणिर्मा – उत्तर : पूर्णिमा
(ग) उर्तीण उत्तीर्ण उत्तीण – उत्तर : उत्तीर्ण
प्रश्न 4. नीचे दिए गए शब्दों को अलग-अलग समूह में छाँटकर लिखिए । हर समूह में एक-एक शब्द अपनी ओर से भी लिखिए :
परीक्षा विद्यालयः उत्तीर्ण मृत्यु पद्य
मृग क्षण परिश्रम आयुर्वेद प्रकृति
वर्षा आश्रम क्षमा श्रमिक उद्योग
उत्तर–
क्ष
द्य
श्र
ऋ
र
परीक्षा
विद्यालय
परिश्रम
मृत्यु
उत्तीर्ण
क्षण
पद्य
आश्रम
मृग
आयुर्वेद
क्षमा
उद्योग
श्रमिक
प्रकृति
वर्षा
अक्षत
उद्यम
श्रेष्ठ
सृष्टि
वर्ग
कुछ करने के लिए :
प्रश्न 1. क्या परीक्षा में पुस्तक खोलकर देखने की अनुमति होनी चाहिए। अपने विचार बताइए ।
प्रश्न 2. 'परीक्षा' पाठ में से ऐसे प्रश्न लिखिए जो आपसे परीक्षा
में पूछे जाने चाहिए ।
संकेत: छात्र स्वयं करें ।