Bihar Board Class 4 Hindi Book Solutions Kopal Bhag 2 Chapter 12 ऐसे थे बापू Text Book Questions and Answers and Summary
BSEB Bihar Board Class 4 Hindi Solutions Chapter 12 ऐसे थे बापू
Bihar Board Class 4 Hindi ऐसे थे बापू Text Book Questions and Answers
पाठ में
अभ्यास
Aise The Bapu Question Answer प्रश्न 1.
बापू मेज के आस-पास क्या ढूँढ़ रहे थे ?
उत्तर – मद्रास के नटेसन का एक बच्चा का दिया हुआ छोटी पेंसिल ढूँढ़ रहे थे ।
प्रश्न 2. काका साहब भी पेंसिल ढूँढ़ने में क्यों लग गये ?
उत्तर – काका साहब के पेंसिल को जब लेने से बापू ने इन्कार करते हुए कहा – मुझे वही छोटी पेंसिल चाहिए, जिसे नटेसन का एक बच्चा ने प्यार से दिया था। वह खो जाय मैं कैसे बर्दास्त कर लूँगा । यह सुनकर काका साहब चुप होकर पेंसिल खोजने में लग जाते हैं।
प्रश्न 3. बापूजी की वेशभूषा देख बालक को दुःख क्यों हुआ?
उत्तर- इतने बड़े बापू के शरीर पर कुरता नहीं यह देखकर बालक को दुख हुआ ।
प्रश्न 4. बापू के चालीस करोड़ भाई-बहन कैसे थे ?
उत्तर – भारत की चालीस करोड़ जनता उनके भाई-बहन थे। क्योंकि वे भारतवासी को अपना परिवार मानते थे ।
प्रश्न 5. नीचे दिए गए प्रश्नों के चार-चार उत्तर दिये गये हैं। सबसे सही उत्तर के सामने (✓) निशान लगावें।
(क) बापू पेंसिल के लिए परेशान थे क्योंकि –
(i) पेंसिल काफी महँगी थी।
(ii) पेंसिल एक बच्चे के प्रेम की निशानी थी ।
(iii) पेंसिल एकदम नई थी ।
(iv) पेंसिल छोटी थी
उत्तर-(क) (ii)
(ख) बापू कुरता नहीं पहनते थे क्योंकि –
(i) बापू बहुत गरीब थे ।
(ii) बापू को कुरता पहनना अच्छा नहीं लगता था ।
(iii) बहुत सारे लोग के अभाववश कुरता नहीं पहनते थे।
(iv) गाँधीजी को बहुत गर्मी लगती थी ।
उत्तर – (ख) (iii)
प्रश्न 6. बताइए, किसने कहा, किससे कहा और क्यों कहा
(क) "क्या ढूँढ़ रहे हैं बापू ?"
उत्तर – काका साहब ने, बापूजी से कहा, क्योंकि बापूजी एक पेंसिल खोजने में परेशान हो रहे थे ।
(ख) नहीं नहीं मुझे वह छोटी-सी पेंसिल ही चाहिए ।
उत्तर- बापू ने काका साहब से कहा क्योंकि बापू को वह पेंसिल एक बच्चा ने प्यार से दिया था ।
(ग) मेरे पास पैसे कहाँ हैं बेटा ?
उत्तर- बापू ने बालक से कहा क्योंकि बापू को सम्पूर्ण भारतवासी अभावग्रस्त दिख रहे थे।
(घ) मेरी माँ को सिलाई आती है ।
उत्तर—बालक ने बापूजी से कहा। क्योंकि बापू को कुरता नहीं देखकर, वह बापू को कुरता देना चाहता था ।
(ङ) कितने कुरते सी देगी, तुम्हारी माँ ?
उत्तर- बापू ने बालक से कहा। क्योंकि बापू भारत के चालीस करोड़ जनता को अभावग्रस्त थे।
बातचीत के लिए
Kopal Class 4 Solutions प्रश्न 1.
काका साहब को ऐसा क्यों लगा कि बापू पेंसिल ढूँढ़ने में समय बर्बाद कर रहे हैं ?
उत्तर - बापू दिन-रात भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के कार्य में व्यस्त रहते थे। एक पेंसिल के लिए बापू का समय नष्ट हो रहा है। ऐसा उन्हें इसलिए लगा कि वे नहीं जानते थे कि बापू को
वह पेंसिल प्यार से एक बच्चा ने दिया था।
प्रश्न 2. काका साहब ने बापू को अपनी पेंसिल क्यों देनी चाही ?.
उत्तर – काका साहब ने बापू को पेंसिल इसलिए देनी चही कि बापू का कार्य-सम्पादन जाय। बाद में पेंसिल खोज लिया जाएगा ।
प्रश्न 3. दो इंच की पेंसिल मामूली नहीं थी। कैसे ?
उत्तर – वह दो इंच की पेंसिल मामूली नहीं थी क्योंकि वह पेंसिल बापू को एक बच्चा ने प्यार से दिया थ।
प्रश्न 4. बापू की कौन-सी वेश-भूषा देखकर बच्चे को दुख हुआ होगा ?
उत्तर—जब बच्चा महान बापू के शरीर पर कुरता नहीं देखा होगा तो उसे दुख हुआ होगा।
समझ की बात
Bihar Board Class 4 Hindi Solution प्रश्न 1.
पेंसिल लिखने के काम आती है। पढ़ने-लिखने में इस्तेमाल होने वाली चीजों के नाम बताइए ।
उत्तर–पढ़ने-लिखने में इस्तेमाल होने वाली चीजों के नाम हैं— पुस्तक, कॉपियाँ, कलम, रबड़, कटर, स्केल, प्रकाल इत्यादि ।
प्रश्न 2. “वेश-भूषा" का क्या मतलब है ? अलग-अलग पोशाकों के नाम लिखिए ।
उत्तर - वेश-भूषा का मतलब पहनावा होता है। पोशाकों के अलग-अलग नाम निम्नलिखित हैं— धोती-कुरता । पेन्ट-शर्ट | पैजामा-कमीज | साड़ी ब्लाउज । लूंगी - गंजी इत्यादि ।
प्रश्न 3. पाठ में से कोई पाँच सवाल बनाइए ।
उत्तर – (i) बापू कहाँ से लौटे थे ?
(ii) महासभा में हाथ बँटाने कौन आये थे ?
(iii) बापू क्या खोज रहे थे ?
(iv) कौन बापू के वेश-भूषा देखकर पसीज गया ?
(v) बापू ने भाई-बहन की संख्या कितने बताएँ ?
प्रश्न 4. नीचे कुछ जवाब दिये गये हैं। इनके सवाल बनाइए -
( क ) मेरी माँ को सिलाई आती है।
उत्तर – किसने कहा किससे कहा ?
( ख ) मेरे तो चालीस करोड़ भाई-बहन हैं।
उत्तर – बापू ने ऐसा क्यों कहा?
(ग) मेरी पेंसिल खो गई है।
उत्तर – किसने किससे कहा ?
(घ) काका साहब ने अपनी पेंसिल इसलिए देनी चाहिए ।
उत्तर – काका साहब अपनी पेंसिल क्यों देनी चाही ?
आपकी बात
प्रश्न 1. इन चीजों को अपने घर में कहाँ-कहाँ ढूँढ़ेंगे ?
प्रश्नोत्तर
(क) मिठाई का डिब्बा ।फ्रीज में ।
(ख) कमीज अलनापर
(ग) साबुन स्नानघर में
(घ) मकड़ी का जाल घर के कोने में
(ङ) कपड़े आलमीरा में
प्रश्न 2. आपको कब लगता है कि आपका समय बर्बाद हो रहा है ?
उत्तर – जब हम किसी चीज को खोजते हैं और वह नहीं मिलता है तो हमें लगता है कि हमारा समय बर्बाद हो रहा है अथवा जब हम किसी की प्रतीक्षा में होते और आनेवाला व्यक्ति बहुत देर करता है तो हमें लगता है कि हमारा समय बर्बाद हो रहा है ।
भाषा की बात
प्रश्न 1. नाम के बदले सर्वनामबापू ने कहा, “मेरी पेंसिल खो गई है। "
कितने प्यार से बालक ने मुझे वह पेंसिल दी थी ।
इन वाक्यों में मेरी, मुझे शब्द बापू के लिए आये हैं ।
"मेरी", "मुझे" शब्द सर्वनाम शब्द हैं जो बापू (संज्ञा) के लिए आए हैं।
[संज्ञा की जगह आने वाले शब्द सर्वनाम कहलाते हैं ]
नीचे दिए गए शब्दों में सर्वनाम शब्दों पर घेरा (या शब्द को मोटे अक्षर में ) लगाइए –
उत्तर – (क) मैं अकेला थोड़े ही हूँ ।
(ख) तुम्हारी माँ सबके लिए सी देगी ?
(ग) हर एक देशवासी उनका भाई है।
(घ) बापू जी, आप कुत्ता क्यों नहीं पहनते ?
प्रश्न 2. नीचे दिए गए शब्दों के बहुवचन रूप से वाक्य पूरा कीजिए –
प्रश्नोत्तर –
(क) मेरे पास दो पेंसिलें हैं। - पेंसिल
(ख) मैं बाजार से नये कुरते लाया । - (कुरता)
(ग) स्नेहा ने मेजों पर सामान रखा । - (मेज)
(घ) गाँधीजी ने कई जगह सभाएँ कीं । - (सभा)
(ङ) नानी जी मुझे पाँच मालाएँ दीं। - (माला)
(च) बस में कई महिलाएँ बैठी थीं । - (महिला)
प्रश्न 3. दिए गए शब्दों से वाक्य बनाइए
प्रश्नोत्तर –
(क) पेंसिल—मेरी पेंसिल खो गई है।
(ख) कपड़े – कपड़े बाजार से आ जाएँगे।
(ग) देश – हमारा देश महान है।
(घ) समय–समय बर्बाद मत करो।
प्रश्न 4. नीचे दिए गए शब्दों के लिए दो-दो विशेषण शब्द लिखिए।
प्रश्नोत्तर –
(क) कुरता – पाँच कुरते, सुन्दर कुरता ।
(ख) बापूजी – महान बापूजी। बड़े बापूजी ।
(ग) बच्चे – अच्छे बच्चे। बहुत बच्चे।
(घ) पेंसिल – सुन्दर पेंसिल। छोटी पेंसिल ।
प्रश्न 5. अपने मित्र को पत्र लिखकर बापूजी से जुड़ी वह घटना बताइए जो आपको सबसे अच्छी लगी है।
उत्तर-
सुपौल
दिनांक 20-3-2021
प्रिय मित्र विश्वनाथ !
नमस्ते !
मैं कुशलपूर्वक रहकर तुम्हारी कुशलता की कामना परम पिता परमेश्वर से सदैव करता हूँ कि तुम सपरिवार सकुशल रहो ।
पत्र लिखने का अभिप्राय यह है कि मैंने आज राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी से जुड़ी एक रोचक घटना पढ़ी जिससे हमें बापू चरित्र की महानता का ज्ञान हुआ।
बापू से प्राय: बच्चे मिलने आते थे। एक दिन एक जिज्ञासु बालक ने बापू से पूछा- बापू आप कुरता क्यों नहीं पहनते ? बापू ने जवाब दिया "मेरे पास पैसे कहाँ, मैं तो एक गरीब आदमी हूँ। बालक को दया आई और कहा- मेरी माँ कपड़े सीती हैं। यदि मैं आपको सिलवाकर ला दूँ तो आप पहनेंगे। बापू ने कहा- बेटा मेरे परिवार में चालीस करोड़ सदस्य हैं जो प्रायः अभावग्रस्त हैं। नंगे हैं। तुम्हारी माँ सबको कपड़े सीकर देगी। बालक बापू को निहारता रह गया । वह सोचने लगा। बापू कितने महान हैं। पूरे देश की जनता को अपना परिवार मानते हैं । धन्य थे बापू जो भारत के चालीस करोड़ जनता को अपना दोस्त, भाई, मित्र मानते थे। मेरे प्यारे मित्र यदि मौका मिले तो "ऐसे थे बापू" पाठ को अवश्य पढ़ना चाचा-चाचीजी को मेरा प्रणाम कह देना ।
शिक्षक निर्देश -
गाँधीजी के जीवन से जुड़ी घटनाओं को कक्षा में बताइए ।
तुम्हारा मित्र
गणेश