Bihar Board Class 5 Paryavaran or Hum Solutions Chapter 1
पटना से नाथुला की यात्रा
पर्यावरण और हम : भाग—3
पटना से नाथुला की यात्रा
अभ्यास : पाठयप्स्तक के प्रश्न एवं उत्तर
बताइए :
Bihar Board Class 5 paryavaran or hum Solution प्रश्न 1.
किन दो राजधानियों की वात लेख में की गई है?
उत्तर-
पर्यावरण और हम : भाग—3
पटना से नाथुला की यात्रा
अभ्यास : पाठयप्स्तक के प्रश्न एवं उत्तर
बताइए :
Bihar Board Class 5 paryavaran or hum Solution प्रश्न 1.
किन दो राजधानियों की वात लेख में की गई है?
उत्तर-
लेख में बिहार की राजधानी पटनों तथा सिव्किम की राजधानी
में गंगटोक की बात की गई है।
Bihar Board Class 5 Social Science Solution प्रश्न 2.
सुबह के समय बर्फ से ढँकी कंचनजंगा की चोटी कैसी दिखती हैं?
उत्तर-
में गंगटोक की बात की गई है।
Bihar Board Class 5 Social Science Solution प्रश्न 2.
सुबह के समय बर्फ से ढँकी कंचनजंगा की चोटी कैसी दिखती हैं?
उत्तर-
सुबह के समय बर्फ से ढँकी कंचनजंगा की चोटी सतरंगी दिखती हैं जिसकी खुबसूरती को देखने के बाद भी मन नहीं भरता है।
Bihar Board Class 5 environment Book Solution प्रश्न 3.
कंचनजंगा की चोटी पर बर्फ क्यों जमी रहती है?
उत्तर -
Bihar Board Class 5 environment Book Solution प्रश्न 3.
कंचनजंगा की चोटी पर बर्फ क्यों जमी रहती है?
उत्तर -
कचनजंगा की चोटी करीब 8598 मीटर की ऊँचाई पर स्थित शंखला है जहाँ ठंड काफी रहती है, वहाँ का तापमान करीब शुन्य डिग्री सेरित्सियस. सदैव रहता है। इसलिए कंचनजंगा की चोटी पर हमेशा बर्फ जमी रहती है।
Bihar Board Class 5 Social Science Solution In Hindi प्रश्न 4.
आपको सूर्योदय या सूर्यास्त के समय कंचनजंगा का दृश्य कैसा लगता है ? लिखिए।
उत्तर –
Bihar Board Class 5 Social Science Solution In Hindi प्रश्न 4.
आपको सूर्योदय या सूर्यास्त के समय कंचनजंगा का दृश्य कैसा लगता है ? लिखिए।
उत्तर –
सूर्योीदय या सू्यास्त के समय का द्ृश्य काफी अद्भुत तथा मनमोहक लगता है। कंचनजंगा की उस खुबसरती को दार्जिलिंग और सिक्किम के पूरे 12 दिवसीय प्रवास में जी भरकर देखने के बाद भी मन नहीं भरता है।
Bihar Board 5th Class Social Science Solution प्रश्न 5.
हिमालय पर्वत की कुछ अन्य चोटियों के नाम पता करके लिखिए।
उत्तर-
Bihar Board 5th Class Social Science Solution प्रश्न 5.
हिमालय पर्वत की कुछ अन्य चोटियों के नाम पता करके लिखिए।
उत्तर-
हिमालय पर्वत की कुछ अन्य चोटियों के नाम व स्थान निम्नांकित हैं:
माउण्ट एवरेस्ट (नेपाल-तिब्बल), मैकाल (तिब्बत-नेपाल), धौलागिरि (नेपाल), अन्नपूर्णा (नेपाल), नंदा देवी (भारत), नंगापर्वत (भारत), गाडविन आस्टिन या के-2 अथवा कारकोरम (भारत) आदि।
माउण्ट एवरेस्ट (नेपाल-तिब्बल), मैकाल (तिब्बत-नेपाल), धौलागिरि (नेपाल), अन्नपूर्णा (नेपाल), नंदा देवी (भारत), नंगापर्वत (भारत), गाडविन आस्टिन या के-2 अथवा कारकोरम (भारत) आदि।
Bihar Board Solution Class 5 Social Science प्रश्न 6.
भारत के कुछ अन्य पर्वतीय स्थलों के नाम पता करके लिखिए।
उत्तर-
भारत के कुछ अन्य पर्वतीय स्थलों के नाम व प्रांत निम्नांकित हैं:
बताइए;
बताइए;
Patna se nathula ki yatra class 5 question answer प्रश्न 1.
ठंडे इलाके के जन्तुओं के शरीर पर बड़े-बड़े बाल क्यों पाए जाते हैं?
उत्तर-
ठंडे इलाके के जन्तुओं के शरीर पर बड़े-बड़े बाल क्यों पाए जाते हैं?
उत्तर-
चूँकि जन्तुओं के बाल ऊष्मा व ताप के कुचालक होते हैं। ये शरीर की गर्मी को बाहर नहीं निकलने देते हैं तथा बाहरी ठंड को शरीर में प्रवेश नहीं करने देते हैं। यही कारण है कि बहुत ठंड वाले इलाके में जंतुओं के शरीर पर बड़े-बड़े बाल पाए जाते हैं. जो उन्हें ठंड से बचाते हैं और उनकी प्राणों की रक्षा करते हैं।
paryavran or hum book class 5 solutions प्रश्न 1.
paryavran or hum book class 5 solutions प्रश्न 1.
तेनजिंग नोरगे के बारे में अपने शब्दों में लिखिए।
उत्तर-
भारत का गौरव तेनजिंग नोरगे जाने-माने पर्वतारोहियों में से एक हैं। इनकी आदमकद मूर्ति चिड़ियाघर के निकट हिमालय पर्वतारोहण संस्थान में लगी हुई है। तेनजिंग नोरगे भारत के मूल निवासी बन गए है। उनका जन्म तिब्बत
में हुआ था। बचपन के दिन उन्होंने नेपाल में बिताए थे। पर्वतारोहियों के साथ तेनजिंग बीस साल की उम्र से ही कुली' के रूप में जाते रहते थे। तेनजिंग पढ़े-लिखे तो नहीं थे, लेकिन देश-विदेश के पर्वतारोहियों के साथ वे कई भाषाओं में बातचीत कर लेते थे। वे तुरंत सबसे दोस्ती भी कर लेते थे।
सन 1953 में तेनरजिंग नोरगे सर एडमण्ड हिलेरी के साथ हमालय पर्वत शंखला के सबसे ऊँचे शिखर 'एवरेस्ट', जो समुद्रतल से 8848 मीटर ऊँचा है, पर चढ़े और विजय का झंडा गाड़ा ।
patna se nathula ki yatra class 5 question answer प्रश्न 1.
में हुआ था। बचपन के दिन उन्होंने नेपाल में बिताए थे। पर्वतारोहियों के साथ तेनजिंग बीस साल की उम्र से ही कुली' के रूप में जाते रहते थे। तेनजिंग पढ़े-लिखे तो नहीं थे, लेकिन देश-विदेश के पर्वतारोहियों के साथ वे कई भाषाओं में बातचीत कर लेते थे। वे तुरंत सबसे दोस्ती भी कर लेते थे।
सन 1953 में तेनरजिंग नोरगे सर एडमण्ड हिलेरी के साथ हमालय पर्वत शंखला के सबसे ऊँचे शिखर 'एवरेस्ट', जो समुद्रतल से 8848 मीटर ऊँचा है, पर चढ़े और विजय का झंडा गाड़ा ।
patna se nathula ki yatra class 5 question answer प्रश्न 1.
पर्वतारोहण के लिए क्या-क्या तैयारियाँ करनी पड़ती हैं?
उत्तर-
उत्तर-
पर्वतारोहण के लिए सर्वप्रथम प्रशिाक्षण लेना पड़ता है । इसके बाद आवश्यक चीजों की तैयारी करनी पड़ती है। जैसे-पर्वतारोही दलों को अपने साथ टेट, रर्सी, जरूरी औजार, पर्याप्त भोजन, पानी, गरम कपड़े हैं।
इत्यादि लेकर जाना पड़ता है।
इसके अतिरिक्त हर दल के साथ ऐसा व्यवित, जो वही का रहनेवाला हो एवं पर्वत पर चढने में पारंगत हो, कुली तथा गाइड के रूप में जरूरत पडती है। ऐसे गाइड को दार्जिलिंग में 'सिरेंदार' कहा जाता है । कुली व गाइड पर्वतारोही को हर मौके पर सहायता पहँचाते रहते है। इस प्रकार पर्वतारोहण के लिए अनेक चीजीं की तैयारी करनी पड़ती है।
patna se nathula ki yatra question answer प्रश्न 1.
पिछले पृप्ठ पर दो जाने-माने पर्वतारोहियों के चित्र दर्शाए गए हैं। ये आपको क्या-क्या पहने दिखाई पड़ रहे हैं ?
उत्तर-
इत्यादि लेकर जाना पड़ता है।
इसके अतिरिक्त हर दल के साथ ऐसा व्यवित, जो वही का रहनेवाला हो एवं पर्वत पर चढने में पारंगत हो, कुली तथा गाइड के रूप में जरूरत पडती है। ऐसे गाइड को दार्जिलिंग में 'सिरेंदार' कहा जाता है । कुली व गाइड पर्वतारोही को हर मौके पर सहायता पहँचाते रहते है। इस प्रकार पर्वतारोहण के लिए अनेक चीजीं की तैयारी करनी पड़ती है।
patna se nathula ki yatra question answer प्रश्न 1.
पिछले पृप्ठ पर दो जाने-माने पर्वतारोहियों के चित्र दर्शाए गए हैं। ये आपको क्या-क्या पहने दिखाई पड़ रहे हैं ?
उत्तर-
यहाँ जाने-माने दो पर्वतारोहियों-एडमण्ड हिलेरी तथा तेनजिंग नौरगे-के निन्र दर्शाए गए है। ये विशेप प्रकार के कपड़े पहने नजर रहे है। सर पर टोपी पहने है, पैर में जूते, हाथ में दस्ताने तथा पीठ पर सिलिण्डर लिये हुए है । साथ-ही-साथ एक बैग भी लिये नजर आ रहे है जिसमें खाने के लिए पर्याप्त भोजन, पानी तथा अन्य चीजें हो सकती हैं ।
paryavaran or hum class 5 solutions प्रश्न 2.
उन्हें ऐसे कपड़ों की जरूरत क्यों पड़ती है?
उत्तर-
paryavaran or hum class 5 solutions प्रश्न 2.
उन्हें ऐसे कपड़ों की जरूरत क्यों पड़ती है?
उत्तर-
चूँकि पर्वतारोहियों को बारिश, आँधी-तूफान, अत्यधिक ठंड,देश पथरीले रास्ते तथा ऑक्सीजन की कमी का मुकाबला करना पड़ता है। इसलिए उन्हें विशेष प्रकार के गरम कपड़े पहनने की जरूरत पड़ती है।
पटना से नाथुला की यात्रा question answer प्रश्न 3.
पर्वतारोहियों को चढ़ने के लिए किन-किन सामानों की बनाइए। आवश्यकता होती है? उसकी एक सूची बनाइए।
उत्तर-
पटना से नाथुला की यात्रा question answer प्रश्न 3.
पर्वतारोहियों को चढ़ने के लिए किन-किन सामानों की बनाइए। आवश्यकता होती है? उसकी एक सूची बनाइए।
उत्तर-
पर्वतारोहियों को चढ़ने के लिए निम्नांकित चीजों (सामानों) की बनाइए। आवश्यकता होती है :
रस्सी, जरूरी औजार; जैसे- कुदाल, कुल्हाड़ी, चश्मे, दस्ताने,
स्लीपिंग बैग, टेन्ट, अलग-अलग किस्म की टोपियाँ, भोजन-सामम्री, पानी, झंडे
ऑक्सीजन की कमी के लिए ऑक्सीजन गैस का सिलिण्डर तथा विशेष प्रकार के गरम कपड़े इत्यादि की आवश्यकताएँ होती हैं।
हो
पटना से नाथुला की यात्रा solutions class 5 प्रश्न 1.
पर्वतारोहण का प्रशिक्षण लेते समय लोग क्या-क्या कर रहे थे?
उत्तर-
रस्सी, जरूरी औजार; जैसे- कुदाल, कुल्हाड़ी, चश्मे, दस्ताने,
स्लीपिंग बैग, टेन्ट, अलग-अलग किस्म की टोपियाँ, भोजन-सामम्री, पानी, झंडे
ऑक्सीजन की कमी के लिए ऑक्सीजन गैस का सिलिण्डर तथा विशेष प्रकार के गरम कपड़े इत्यादि की आवश्यकताएँ होती हैं।
हो
पटना से नाथुला की यात्रा solutions class 5 प्रश्न 1.
पर्वतारोहण का प्रशिक्षण लेते समय लोग क्या-क्या कर रहे थे?
उत्तर-
पर्वतारोहण का प्रशिक्षण लेते समय लोग अपनी पीठ पर सामान लादकर बर्फ की पहाड़ियां पर चढ़ने और सीधी ढलान पर उतरने का अभ्यास कर रहे थे। साथ ही साथ रस्सी, कुल्हाड़ी, कुदाल के सहारे चढ़ाई करवाई जा रही थी। इस प्रकार सभी पर्वतारोही मजे में प्रशिक्षण ले रहे थे।
पटना से नाथुला की यात्रा solution प्रश्न 2.
यदि आपको अपने घर के अआस-पास ऐसा वातावरण बनाना हो तो उसके लिए क्या- क्या करना चाहेंगे ?
उत्तर-
पटना से नाथुला की यात्रा solution प्रश्न 2.
यदि आपको अपने घर के अआस-पास ऐसा वातावरण बनाना हो तो उसके लिए क्या- क्या करना चाहेंगे ?
उत्तर-
यदि अपने घर के आस-पास ऐसा वातावरण बनाना हो तो सर्वप्रथम घर के आस-पास पूर्णत: साफ-सुथरा वातावरण बनाना होगा, फिर घर के आस-पास तरह-तरह के फूल के पौधों को सुसज्जित ढंग से लगाना होगा, पगडडियों को प्लास्टर या सोलिंग करना होगा, बैठने के लिए छोटे और
पार्क की व्यवस्था करनी होगी, फूलों की सिंचाई, सफाई तथा पगडंडियों की व्यवस्था पर ध्यान देना होगा, पार्क में बैठने के लिए कुर्सियों की व्यवस्था करनी होगी, तभी हम अपने घर के आस-पास ऐसा वातावरण बना सकते हैं।
प्रश्न 1.
पार्क की व्यवस्था करनी होगी, फूलों की सिंचाई, सफाई तथा पगडंडियों की व्यवस्था पर ध्यान देना होगा, पार्क में बैठने के लिए कुर्सियों की व्यवस्था करनी होगी, तभी हम अपने घर के आस-पास ऐसा वातावरण बना सकते हैं।
प्रश्न 1.
सिकि्किम के लोग कैसे होते हैं ?
उत्तर–
सिक्किम पहाड़ों और घाटियों से भरा एक छोटा राज्य है । यहाँ मुख्यतः लेरचा, नेपाली और भूटिया तीन जातियाँ निवासी करती हैं । यहाँ के लोग मेहनती, सीधे, सरल और सहयोगी होते हैं।
प्रश्न 1.
वह बच्चा क्यों बेहोश हुआ ?
उत्तर -
उत्तर -
नाथुला गंगटोक से 75 किमी द्र लगभग 14,500 फीट की ऊँचाई पर स्थित है। एक दिन वहाँ हमलोग घुमने गए। नाथूला ऊँचाई पर स्थित होने के कारण साँस लेने में वहाँ थोड़ी दिक्कत हो रही थी। पचास-साठ सीढ़ियाँ भी चढ़ना मुश्किल हो गया था। साँस फूलने लगी थी। सैनिक बर्फ पर न
चलने एवं सीढी पर रुक-रुककर चढ़ने को कह रहे थे। बच्चों को दौड़ने के लिए मना किया जा रहा था, लेकिन बच्चे कहाँ रुकने वाले थे । इसी क्रम में एक बच्चा बेहोश हो गया। उसे जल्द ही मेडिकल - कैम्प में लाया गया तथा ऑक्सीजन दिया गया तब वह बच्चवा कुछ देर केि बाद स्वस्थ हुआ ।
पता कीजिए और लिखिए :
चलने एवं सीढी पर रुक-रुककर चढ़ने को कह रहे थे। बच्चों को दौड़ने के लिए मना किया जा रहा था, लेकिन बच्चे कहाँ रुकने वाले थे । इसी क्रम में एक बच्चा बेहोश हो गया। उसे जल्द ही मेडिकल - कैम्प में लाया गया तथा ऑक्सीजन दिया गया तब वह बच्चवा कुछ देर केि बाद स्वस्थ हुआ ।
पता कीजिए और लिखिए :
प्रश्न 1.
भारतीय सीमा पर सैनिकों ने तिरंगा क्यों फहराया होगा?
उत्तर-
उत्तर-
भारतीय सीमा यह इंगित करता है कि यहाँ से हमारी भुमि यानी भारत की भूमि है. जिसकी रक्षा के लिए हम सभी वीर सैनिक सतत तैयार हैं। भला अपनी संपदा या भूमि पर किसको गर्व नहीं होगा, यही मचक भारतीय सीमा पर वीर सैनिकों ने तिरंगा फहराया होगा ।
प्रश्न 2.
अपने गाँव या शहर की सड़क की तुलना गंगटोक के महात्मा गाँधी मार्ग से कीजिए और लिखिए | जैसे-मेरे गाँव की सड़क पर बैठने के लिए कुर्सियाँ नहीं यनी है, लेकिन महात्मा गाँधी मार्ग पर सुन्दर कृर्सियाँ बनी हैं।
उत्तर
1. मेरे गाँव की सड़क चौड़ी तथा साफ-सुथरी नहीं है जबकि महात्मा गाँधी मार्ग चौड़ी और साफ- सुथरी है।
2, मेरे गाँव की सड़क के बीचो-बीच फूलों भरे पौधों से सुन्दर सजबाट नहीं है जबकि महात्मा गाँधी मार्ग पर है।
3. हमारे गाँव की सड़क पर आराम करने की कोई व्यवस्था नही जबकि महात्मा गाँधी मार्ग पर है ।
प्रश्न 3,
उत्तर
1. मेरे गाँव की सड़क चौड़ी तथा साफ-सुथरी नहीं है जबकि महात्मा गाँधी मार्ग चौड़ी और साफ- सुथरी है।
2, मेरे गाँव की सड़क के बीचो-बीच फूलों भरे पौधों से सुन्दर सजबाट नहीं है जबकि महात्मा गाँधी मार्ग पर है।
3. हमारे गाँव की सड़क पर आराम करने की कोई व्यवस्था नही जबकि महात्मा गाँधी मार्ग पर है ।
प्रश्न 3,
क्या आपने किसी और देश का झंडा देखा है? कहाँ का? देश का नाम लिखिए और झण्डे का चित्र बनाइए।
उत्तर-
उत्तर-
हाँ, मैंने भारत देश के अलावे चीन का झंडा देखा है।
इांडे का चित्र छात्र स्वयं बनावें।
इांडे का चित्र छात्र स्वयं बनावें।
प्रश्न 4.
आप अपनी कक्षा के बच्चों का चार-पाँच का समूह बनाइए। अपने-अपने समूह के लिए झंडे का डिजाइन चार्ट पेपर पर बनाइए। झंडे का यह डिजाइन आपने क्यों चुना ? लिखिए। इसे कक्षा में लटकाइए।
उत्तर-
उत्तर-
झंडे के डिजाइन से समूह की पहचान की जा सकती है, इसलिए झंडे का डिजाइन चुना गया।
प्रश्न 5.
प्रश्न 5.
आपने कभी भी यात्रा की हो या यात्रा के बारे में पढ़ा हो तो उसके बारे में लिखिए।
उत्तर-
उत्तर-
मैने गंगटोक से 75 किमी दूर लगभग 14,500 फीट की ऊँचाई पर स्थित नाथुला की यात्रा की है। यह भारत और पड़ोसी देश चीन की सीमा पर स्थित है। जैसे-जैसे हम गंगटोक से आगे बढ़े और ऊपर चढे ठंड बढ़ती गई। इन पहाड़ों पर घुमावदार सड़क साँप की तरह दिखाई पड़ रही थी। सड़क के एक तरफ पहाड़ और दूसरी तरफ हजारों फीट नीचे गहरी खाई थी। यह देखकर मन घबरा जाता था। अंत में नाथुला पहुँचे । वहाँ बर्फ के चादरों के बीनच हम सब खडे, उत्साहित और आनींदित थे। सबसे ऊँचाई पर शान से लहरा रहा था अपना प्यारा तिरंगा । इतनी ऊँचाई पर तिरंगे का लहराना देख मन गर्व से भर गया। दूसरी और चान का झंडा भी लहरा रहा था। इस प्रकार ऊँचे पर्वतीय स्थल अपने प्राकृतिक सौदर्य, स्वच्छ वातावरण और शांत माहौल सभी को अपनी ओर आकर्पित कर रहा था। ऐसी भावना के साथ सभी लोगों ने वापसी की यात्रा शुरू की।