Bihar Board Class 5 Paryavaran or Hum Solutions Chapter 11 जन्तु-जगत् :सुरक्षा और संरक्षण
BSEB Bihar Board Class 5 Paryavaran Aur Hum Text Book जन्तु-जगत् :सुरक्षा और संरक्षण Questions and Answers
पाठ की मुख्य वातें :
> सिद्धार्थ और देवदत्त की कहानी प्रेरेणादायक है। किसी भी जीव-जंत् की जान की रक्षा करना सबसे बड़ा धर्म है।
> पक्षियों को अपनी खुशी या मन बहलाव के लिए पिंजड़े में बंद रखने के बजाय उसे खुले आसमान में स्वतंत्र छोड़ देना चाहिए।
>पेड-पौधे के अतिरिक्त पालतू पशुएँ या जंगली पशुएँ भी हमारे पर्यावराण के लिए आवश्यक हैं।
>हिरण पौधा खाता है और बाघ हिरण को। बाघ खत्म हो गए तो हिरण की संख्या बढ़ जाएगी और पौधे की संख्या घट जाएगी, जो हमारे पर्यावरण के लिए घातक है।
>जंगली जानवरों की सुरक्षा के लिए जंगल के एक हिस्से को सरकार ने लोगों के दखल से बचाया है और उन्हें अभयारण्य का रूप दिया है। रोसे अभयारण्य विहार में पश्चिम चम्पारण तथा बेगुसराय में है ।
>जंगल में तरह-तरह के जीव-जन्तु पाए जाते है जो भोजन आवास आदि के लिए एक-दूसरे पर निर्भर है। जंगल जैसे-जैसे खत्म किए जा रहे है वैसे-वैसे वहाँ के जीव-जन्तु भी कम होते जा रहे है।
>तेंदआ और गुलाबी सिर वाला बत्तख जंगलों से लगभग खत्म हो गए हैं।
> बिश्नोई समुदाय के लोग बरसों से जीव-जन्तुओं का संरक्षण करते हैं।
>बिश्नोई राजस्थान की एक जनजाति है जो न तो जन्तुओं का शिकार करते है और न करने देते हैं।
अभ्यास : पाठ्यपुस्तक के प्रश्न एवं उत्तर
प्रश्न 1. आप बताइए कि यह हंस किसे मिलना चाहिए और क्यों ?
उत्तर-यह हंस सिद्धार्थ को मिलना चाहिए, क्योंकि जान बचाना पूण्य है जबकि जान लेना पाप है।
प्रश्न 2, सिद्धार्थ और देवदत्त में से कौन महान था और क्यों?
उत्तर-सिद्वार्थ और देवदत्त में सिद्धार्थ महान था, क्योंकि सिद्धवार्थ ने ही हंस की जान बचाई थी।
प्रश्न 3. क्या आपने कभी किसी जंतु की जान बचाई है ? कैसे?
उत्तर हाँ, हमने एक हिरण के बच्चा की जान बचाई है । गर्मी का दिन था। एक हिरण का बच्चा कहीं से दौड़ता हुआ मेरे पास आया। वह गर्मी से हॉफ रहा था। कुछ समय के बाद वह बेहोश हो गया, मैं समझ गया कि इसे प्यास लगी है। मैं तुरत उसे पानी पिलाया, तब वह होश में आ गया और पुनः अपने गन्तव्य की ओर भाग चला। इस प्रकार हिरण के बच्चा की जान बच गई।
प्रश्न 4, कुछ लोग जीव-जंतुओं को मारकर अपनी जीविका चलाते हैं। जैसे-मझआरा मछली मारता है। क्या ऐसा करना उचित है? अपने विचार लिखिए।
उत्तर-ऐसा करना मेरे विचार से सही नहीं है, क्योंकि कुछ सीमित व्यक्तियों के जीवन की रक्षा के लिए इतनी अधिक मछलियों का भक्षण किया जाता है जो धार्मिक दृष्टिकोण से भी वर्जित है। अतः मछुआरे को अपनी जीविका चलाने के लिए दूसरा व्यवसाय करना चाहिए।
प्रश्न 5. सँपिरा अपनी जीविका चलाने के लिए क्या करता है?
उत्तर-संपेरा अपनी जीविका चलाने के लिए साँपों को पकड़ता है।
प्रश्न 6. क्या सँपेरा को ऐसा करना चाहिए?
उत्तर- साप भी हमारे पर्यावरण के लिए आवश्यक है क्योंकि यह वायु के विष को ग्रहण करता है। अत: इसे ऐसा करना मेरे समझ से अच्छा नहीं है।
प्रश्न 7. सँपेरा को अपनी जीविका चलाने के लिए क्या करना चाहिए?
उत्तर -संपैरा को अपनी जीविका चलाने के लिए कोई दूसरा व्यवसाय करना चाहिए।
प्रश्न 8. हमने देखा कि सँपेरा साँप को पालकर अपनी जीविका चलाता है । क्या आप भी किसी पश / पक्षी को पालते हैं ? उसका रख- रखाव कैसे करते हैं ?
उत्तर-पशु -पक्षी का रख-रखाव हम अपने जैसे करते हैं। उसको रहने के लिए उचित स्थान (आवास), समय पर भोजन-पानी आदि देते हैं तथा आवश्यकता के अन्य चीजों को भी समयानुसार उपलब्ध कराते हैं।
प्रश्न 9. जिन जन्तुओं को पाला जाता है उनकी सूची बनाडय
उत्तर-कुछ पालतू जन्तुओं की सूची निम्नांकित है:
कुत्ता, बिल्ली, हिरण, ख़रगोश, गाय, भेंस, भेंड, बकरी, सूअर, गधा, घोड़ा, खच्चर आदि।
प्रश्न 10. जन्तुओं को क्यों पाला जाता है ? अपने साथियों
चर्चा करके तालिका में जानकारी भरिए।
उत्तर :
जन्तु का नाम | पालने का कारण |
---|---|
गाय, भैस |
दूध के लिए |
घोड़ा | चढ़ने के लिए |
बकरी,भेंड़,सूअर, |
माँस तथा ऊन के लिए |
कुत्ता,बिल्ली |
रखवाली करने के लिए |
गदहा, बैल | भार ढोने के लिए |
प्रश्न 1. डॉक्टर ने सुगना को आजाद करने के लिए क्यों कहा होगा?
उत्तर-डॉक्टर ने सुगना को आजाद करने के लिए इसलिए कहा क्योंकि सुगना एक स्वतंत्र प्राणी है जो खुले आसमान में स्वतंत्र होकर विचरण करता है, लेकिन पिंजड़े में बंद होने से उसका जीवन कुंठित हो गया था. इसी कारण वह बीमार था।
प्रश्न 2. क्या आपको ऐसा लगता है कि सुगना को पिंजड़े से आजाद कर देना चाहिए? क्यों?
उत्तर-हाँ, वक्योंकि सुगना खुले आसमान में स्वतंत्र होकर विचरण करने वाला पक्षी है।
प्रश्न 3. आपके पालतू जानवर जब बीमार पड़ते हैं तब आप क्या करते हैं?
उत्तर- स्थानीय डॉक्टर को बुलाकर उसका उचित इलाज कराते हैं।
अब आप बताइए :
प्रश्न 1. जानवरों की सुरक्षा क्यों करनी चाहिए ?
उत्तर-जंगल में तरह-तरह के जीव-जन्तु पाए जाते हैं जो भोजन,आवास आदि के लिए एक- दूसरे पर निर्भर करते हैं । साथ-ही-साथ हम भी अपनी आवश्य्कताओं की पूर्ति के लिए उन्हीं पर निर्भर हैं, इंसलिए हमं जानवरों की सुरक्षा करनी चाहिए।
प्रश्न 2. जानवरों की सुरक्षा कैसे करनी चाहिए?
उत्तर-जानवर भी हमारे जीवन का एक अंग है। अपनी
आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए हम इनपर निर्भर करते हैं। अतः व्यावसायिक रूप में इनका शिकार न कर इनकी सुरक्षा करनी चाहिए।
प्रश्न 3. आपके आस-पास कौन-कौन से जन्तु दिखते हैं? उनको सूची बनाइए। (अपने शिक्षक, दादा-दादी, माँ-वावूजी से पूछकर)
उत्तर-हमारे आस-पास बहुत से जीव-जन्तु दिखते हैं जिनमें कुछ जन्तुओं की सूची निम्नांकित हैं :
कुत्ता, बिल्ली, घोड़ा, हाथी, गाय, बैल, भैस, बकरी, ऊँट, गदहा, खरगोश, हिरण, नीलगाय, घोड़परास, जंगली सूअर, देशी सूअर, तेदुआ. गुलाबी सिर वाला बत्ख, हंस, तीतर, बटेर, कौवा, तोता आदि।
प्रश्न 4. इस सूची में किस जन्तु को आपने बहुत कम वार देखा है? ऐसा क्यों है?
उत्तर-उपर्युक्त सूची में हमने तेदुआ, गुलाबी सिर वाला बत्तख, तीतर आदि को बहुत कम बार देखा है, क्योंकि उनकी संख्या बहुत कम हो चुक है। ये जंगलों से लगभग विलुप्तप्राय हो चुके हैं ।
प्रश्न 5. ऐसे जानवरों के लिए आप क्या करना चाहेंगे ?
उत्तर-ऐसे जानवरों की प्रजाति को बचाने के लिए यथासंभव संरक्षण का प्रयास करेंगे ताकि उनकी संख्या में वृद्धि हो । सरकार ने भी ऐसे जानवण के लिए अभयारण्य बना रखा है, जो लोगों के दखल से वंचित होता है ऐसे अभयारण्य पश्चिम चम्पारण तथा बेगुसराय में हैं ।
जरा सोचिए :
प्रश्न 1.अगर धरती से सारे जानवर खत्म हो गए तो क्या होगा?
उत्तर-चूंके धरती पर बहुत से जीव-जन्तु (जानवर) पाये जाते हैं जो भोजन, आवास आदि के लिए एक -दूसरे पर निर्भर करते है। मनुष्य को भी भौतिक आवश्यकताओं की पूर्ति (जैसे दूध, माँस, चमड़ा, उन, भार, ढोना, चढ़ना आदि) के लिए जानवरों पर निर्भर करते है।
इतना ही नहीं जीव-जन्तु भी हमारे पर्यावरण के अंग है । इनका भी हमारे पर्यावरण से घानिप्ठ संबंध है। यद धरती के सारे जानवर खत्म हो जाएंगे तो हमारा पर्यावरण असंतुलित हो जाएगा और पूरी सूप्टि समाप्त हो सकती है।